UP Board - Class 12 - इतिहास - सिलेबस
CBSE, JEE, NEET, CUET
Question Bank, Mock Tests, Exam Papers
NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos
सिलेबस for Class 12 इतिहास
myCBSEguide App
Complete Guide for CBSE Students
NCERT Solutions, NCERT Exemplars, Revison Notes, Free Videos, CBSE Papers, MCQ Tests & more.
Latest UP Board Syllabus for Class 12 इतिहास
UP Board syllabus for class 12 इतिहास 2018, 2019, and 2020 as per upmsp.edu.in. New curriculum. UP Board syllabus is available for free download in PDF format. Download latest UP Board syllabus of 12th इतिहास as PDF format. इतिहास syllabus for UP Board class 12 is also available in myCBSEguide app, the best app for UP Board students.
UP Board Academics Unit - Curriculum Syllabus
UP Board has special academics unit to design curriculum and syllabus. The syllabus for UP Board class 12 इतिहास is published by upmsp.edu.in Central Secondary Education, Head Office in Lucknow. The latest syllabus for class 12 इतिहास includes list of topics and chapters in इतिहास. UP Board question papers are designed as per the syllabus prescribed for current session.
UP Board Syllabus category
- Secondary School Curriculum (class 9 and class 10)
- Senior School Curriculum (class 11 and class 12)
- Vocational Courses (Class 11 and class 12)
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्, इलाहाबाद
कक्षा-12 इतिहास
पाठ्यक्रम तथा पाठ्य-पुस्तकें
पाठ्यक्रम के उद्देश्य-
भारतीय इतिहास को विश्व इतिहास के परिप्रेक्ष्य में देखा जाये। प्रमुख धाराओं का ज्ञान अपेक्षित है। छात्रों को ऐतिहासिक शोध के नवीन-निष्कर्षों को ग्रहण करने के लिये प्रेरित किया जाये। वर्ष में कम से कम एक बार निकट के किसी ऐतिहासिक स्थान का भ्रमण कराया जाये। उस पर प्रश्न इस प्रकार पूछा जाये कि भ्रमण अनिवार्य हो जाये, छात्रों की मौलिकता की परख हो जाये।
- इतिहास का अध्ययन सम्पूर्ण देश के अतीत पर आधारित हो। वे अपने पूर्वजों की संस्कृति की जानकारी प्राप्त कर सकें। उनकी उपलब्धियां को समझे। उनसे प्रेरणा प्राप्त करें तथा भूलों को दोहराने से बचें।
- उन तथ्यों को समझे जिन्होनें राष्ट्रीयता की भावना को विकसित करने में सहायता प्रदान की तथा आगे बढ़ाने का प्रयास करें। अपनी कमजोरियों को समझने और उन्हें पुनः न दोहराने का संकल्प करें जिनसे उन्हें हानि पहुंची हो, उनसे बचें और उनका विरोध करें।
- विश्व बन्धुत्व की भावना उत्पन्न हो, मानवतावादी और यथार्थवादी दृष्टिकोण विकसित हो।
- अतीत की थाति पर वर्तमान का निर्माण करने का साहस पैदा हो। अन्तर्राष्ट्रीय घटना चक्र को समझे और देश को इनसे प्रभावित होने वाली स्थितियों को समझे।
- इतिहास को अधिक बोधगम्य बनाने के लिये उत्तर के साथ भारतीय उप महाद्वीप के मानचित्र तथा अन्य सम्बन्धित आवश्यक रेखाचित्र भी प्रस्तुत करने पर बल दिया जाये।
सम्पूर्ण पाठ्यक्रम के दो प्रश्न-पत्र होंगे। प्रत्येक पचास अंकों का होगा। समय तीन घण्टे का होगा। अंकों का विभाजन निम्नवत् होगा-
प्रश्नों का स्वरूप |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
---|---|---|
विस्तृत उत्तरीय प्रश्न |
4×6 |
24 |
लघुउत्तरीय प्रश्न |
6×2 |
12 |
बहुविकल्पीय प्रश्न |
5×1 |
05 |
वस्तुनिष्ठ प्रश्न |
10×2 |
05 (ऐतिहासिक तिथियों से सम्बन्धित) |
मानचित्र अंकन |
4×1 |
04 |
50 |
नोट : बृहत्तर भारत का मानचित्र।
प्रथम प्रश्न-पत्र (पूर्णांक 50)
इकाई-1. (10 अंक)
- मुगल साम्राज्य की स्थापना-बाबर, हुमायूं।
- मध्यान्तर-सूर-साम्राज्य-शेरशाह सूरी, चरित्र, शासन प्रबन्ध, धार्मिक सहिष्णुता।
इकाई-2. (15 अंक)
- मुगल साम्राज्य का द्वितीय चरण-
- साम्राज्य का विस्तार-अकबर से औरंगजेब तक। राष्ट्रीयता के नये आयाम, अकबर का कार्य। सामाजिक एवं धार्मिक सुधार, धार्मिक नीति। निर्माण का युग ऐतिहासिक भवन-अकबर, जहांगीर और शाहजहां की देन। औरंगजेब-राष्ट्रीय एकता पर आघात। साम्राज्य का पतन।
- मुगलकालीन शासन व्यवस्था, समाज, कला एवं साहित्य।
इकाई-3. (10 अंक)
- शिवाजी-शासन प्रबन्ध। चरित्र मूल्यांकन।
- यूरोपीय शक्तियों का भारत में प्रवेश-सत्ता के लिये संघर्ष, भारतवासियों में एकता का अभाव। अंग्रेज़ों का व्यापार से राजनीति में प्रवेश।
इकाई-4. (15 अंक)
- अंग्रेज़ी कम्पनी का विस्तार-साम्राज्यवादी नीति 1740-1856 (संक्षेप में क्लाइव से डलहौजी तक का घटना-चक्र)।
- कम्पनी का शासन नीति एवं वैधानिक विकास 1773-1857।
- सामाजिक चेतना-राजा राम मोहन राय, स्वामी दयानन्द, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानन्द, एनी बेसेन्ट, जस्टिस रानाडे। राष्ट्रीयता की भावना का विकास, नवनिर्माण-रेल, तार, डाक आदि।
द्वितीय प्रश्न-पत्र (पूर्णांक 50)
इकाई-1. (10 अंक)
- 1857-स्वतन्त्रता के लिये संघर्ष-कारण, स्वरूप, परिणाम।
- कांग्रेस की स्थापना-शोषण के प्रति जन जागरण-शिक्षा का विस्तार।
इकाई-2. (15 अंक)
- राष्ट्रीय आन्दोलन-(1885-1919)। कांग्रेस की नीति में परिवर्तन-तिलक, गोखले।
- राजनीति में अहिंसा का प्रयोग 1919-1947।
गांधी के सिद्धान्त और कार्य-असहयोग आन्दोलन (सभी क्षेत्रों में गांधी की देन) संक्षेप में उन सभी शहीदों एवं सेल्यूलर जेल में बन्द क्रान्तिकारियों का उल्लेख अवश्य किया जाये, जिनके जीवन से छात्रों को प्रेरणा मिले।
इकाई-3. (15 अंक)
- 1919 तथा 1935 का भारत ऐक्ट (संक्षिप्त)।
- देश विभाजन–अंग्रेज़ी नीति का परिणाम। एक मूल्यांकन।
इकाई-4. (10 अंक)
- स्वतन्त्र भारत 1947 समस्यायें-निराकरण, राजनीतिक एकीकरण, संविधान 1950, उसकी विशेषतायें (अब तक के लोक कल्याणकारी कार्य-पंचवर्षीय योजनायें, शिक्षा प्रसार, औद्योगिक विकास)।
- विदेश नीति- गुटनिपेंक्षता, पंचशील।
- वर्तमान की समस्याएं, उनका निदान, चारित्रिक विकास, नैतिक मूल्यों का महत्व, राष्ट्रयीता की भावना।
पुस्तकें
कोई पुस्तक निर्धारित या संस्तुत नहीं की गयी है। विद्यालयों के प्रधान सम्बन्धित विषय के अध्यापक के परामर्श से पाठ्यक्रम के अनुरूप पुस्तक का चयन कर लें।
myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students
Test Generator
Create papers online. It's FREE.
CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app