1. Home
  2. /
  3. CBSE
  4. /
  5. Class 04
  6. /
  7. Hindi
  8. /
  9. NCERT Solutions for Class...

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

Table of Contents

myCBSEguide App

myCBSEguide App

Download the app to get CBSE Sample Papers 2023-24, NCERT Solutions (Revised), Most Important Questions, Previous Year Question Bank, Mock Tests, and Detailed Notes.

Install Now

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak book solutions are available in PDF format for free download. These ncert book chapter wise questions and answers are very helpful for CBSE exam. CBSE recommends NCERT books and most of the questions in CBSE exam are asked from NCERT text books. Class 4 Hindi chapter wise NCERT solution for Class 4 Hindi all the chapters can be downloaded from our website and myCBSEguide mobile app for free.

NCERT solutions for Class 4 Hindi Download as PDF

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

NCERT Class 4 Hindi Chapter wise Solutions

  • पाठ-01- मन के भोले-भाले बादल
  • पाठ-02- जैसा सवाल वैसा जवाब
  • पाठ-03- किरमिच की गेंद
  • पाठ-04- पापा जब बच्चे थे
  • पाठ-05- दोस्त की पोशाक
  • पाठ-06- नाव बनाओ नाव बनाओ
  • पाठ-07- दान का हिसाब
  • पाठ-08- कौन
  • पाठ-09- स्वंत्रता की ओर
  • पाठ-10- थप्प रोटी थप्प दाल
  • पाठ-11-पढ़क्कू की सूझ
  • पाठ-12- सुनीता की पहिया कुर्सी
  • पाठ-13- हुदहुद
  • पाठ-14- मुफ़्त ही मुफ़्त

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

रिमझिम पाठ- 5. दोस्त की पोशाक
तुम्हारे सवाल
कहानी के बारे में कई पाँच प्रश्न बनाकर नीचे दी जगह में लिखो| कॉपी में उनके उत्तर लिखो|
प्रश्न 1. नस्सिरुद्दीन किससे मिलकर बहुत खुश हुए?

उत्तर- नसीरुद्दीन जमाल साहब से मिलकर बहुत खुश हुए|

प्रश्न 2. नसीरुद्दीन ने हुसैन साहब से क्या कहा?
उत्तर-
नसीरुद्दीन ने हुसैन साहब से कहा की जमाल साहब मेरे पुराने दोस्त है और इन्होने जो अचकन पहनी है वह इनकी अपनी ही है|

प्रश्न 3. नसीरुद्दीन ने अपने पडोसी को जमाल साहब की पोशाक के बारे में क्या बताया?
उत्तर-
उन्होंने जो अचकन पहन रखी है, वह मेरी है|

प्रश्न 4. जमाल साहब ने नसीरुद्दीन को क्या समझाया?
उत्तर-
जमाल साहब ने नसीरुद्दीन को समझाया कि पोशाक के बारे में न कहना ही अच्छा है|

प्रश्न 5. जमाल साहब ने घुमाने जाने से क्यों मना कर दिया?
उत्तर-
जमाल साहब की पोशाक मामूली सी थी, इसलिए उन्होंने घुमाने जाने से मना कर दिया|


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

तुम्हारी बात
नसीरुद्दीन और जमाल साहब बनठन कर घूमने के लिए निकले|
(क) तुम बनठन कर कहाँ-कहाँ जाते हो?

उत्तर- मैं बनठन कर अपने दोस्तों के जन्मदिन की पार्टी में और अपने रिश्तेदारों के घर जाता हूँ|

(ख) तुम किस-किस तरह से बनते-ठनते हो?
उत्तर-
मैं नहा-धोकर नए कपड़े पहनता हूँ| कंघी करता हूँ तथा पॅालिश किए जुते पहनता हूँ|


तुम्हारी समझ से
(क) तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने नसीरुद्दीन से क्या कहा होगा?

उत्तर- जमाल साहब ने कहा होगा कि मैंने अचकन के बारे में कुछ न कहने को कहा था, फिर तुमने उसका जिक्र ही क्यों किया|

(ख) जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?
उत्तर-
जमाल साहब मामूली से कपड़ों में घूमते तो लोग कहते कि उनके पास अच्छे कपड़े नहीं है| इसलिए जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने नहीं जाना चाहते होंगे|

(ग) नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा क्यों बताते होंगे?
उत्तर-
नसीरुद्दीन एक मजाकिया इंसान थे| वे अपने दोस्त से मजाक करे के लिए अपनी अचकन के बारे में हमेशा बताते होंगे|


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

गपशप
जब जमाल साहब और नसरुद्दीन हुसैन साहब के घर से बाहर निकले तो उन्होंने अपनी बेगम को नसरुद्दीन और जमाल साहब से मुलाकात का किस्सा सुनाया| उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई होगी?
लिखकर बताओ
बेगम – कौन आया था?
हुसैन साहब – नसरुद्दीन अपने दोस्त के साथ आया था|
बेगम – ……….

उत्तर- बेगम किस दोस्त के साथ?
हुसैन साहब – जमाल नाम का कोई पुराना दोस्त था|
बेगम – (हँसती हुई) तब जरुर ही वह अचकन उसकी अपनी नहीं होगी|
हुसैन साहब – हाँ, हाँ! उसने तो नसरुद्दीन की ही अचकन पहन रखी थी


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

घूमना-फिरना
नसरुद्दीन ने कहा, “चलो दोस्त, मोहल्ले में घूम आएँ|”
जब नसरुद्दीन दिन अपने दोस्त से मिले, वे उसे अपना मोहल्ला दिखाने ले गए|
जब तुम अपने दोस्तों से मिलते हो, तब क्या क्या करते हो?

उत्तर- मैं जब अपने दोस्तों से मिलता हूँ तब उनके साथ खाता-पीता हूँ| उन्हें साथ लेकर पार्क में घूमने जाता हूँ और उनके साथ खेलता हूँ|


करके दिखाओ
नीचे कुछ वाक्य लिखे हैं| तुम्हें इनका अभिनय करना है| तुम चाहो तो कहानी में देख सकते हो कि इन कामों का जिक्र कहाँ आया है|
® बनठन कर घूमने के लिए निकलना|
® घड़ों पानी पड़ना|
® मुँह बनाकर शिकायत करना|
® गर्मजोशी से स्वागत करना|
® नाराज होना|
® देखते ही रह जाना|

उत्तर- घर में इनके अभिनय का अभ्यास करो|


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

घड़ों पानी पड़ना
नसरुद्दीन की बात सुनकर जमाल साहब पर तो मानो घड़ों पानी पड़ गया|
(क) घड़ो पानी पडना-एक मुहावरा है| इसका मतलब क्या हो सकता है? पता लगाओ| तुम इसका मतलब पता करने के लिए अपने साथियों या बड़ों से बातचीत कर सकते हो या शब्दकोश देख सकते हो|
उत्तर-
घड़ो पानी पड़ना – बहुत लज्जित होना|
(ख) इस मुहावरे को सुनकर मन में एक चित्र सा बनता है| तुम भी किन्हीं दो मुहावरों के बारे में चित्र बनाओ| कुछ मुहावरे हम दे देते हैं| तुम चाहो तो इनमे से कोई पसंद कर सकते हो-
® सिर मुडाते ही ओले पड़ना
® ऊँट के मुँह में जीरा
® दिया तले अँधेरा
® ईद का चाँद नसरुद्दीन निकालकर लाए

उत्तर-


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

कौन है कैसा
नासिरिद्दीन एक भड़कीली अचकन निकालकर लाए|
भड़कीला शब्द बता रहा है कि अचकन कैसी थी| कहानी में से ऐसे ही और शब्द छाँटों जो किसी के बारे में कुछ बत्ताते हो| उन्हें छाँटकर नीचे दी गई दी गई जगह में लिखो|
देखे, कौन सबसे ज्यादा ऐसे शब्द ढूँढ़ पता है|
पुराना दोस्त ……. …….
……. ……. …….
……. ……. …….
भड़कीली, पुराना जैसे शब्द किसी के बारे में कुछ ख़ास या विशेष बात बता रहे हैं| इसलिए इन्हें विशेषण कहते हैं|

उत्तर- मामूली सी पोशाक, खास दोस्त
कैसी अकल, अन्य पड़ोसी
अपनी अचकन , यह अचकन


पास-पड़ोस
पडोस के घर में जाकर नसीरुद्दीन पड़ोसी से मिले|
तुम अपने पड़ोसी बच्चों के साथ बहुत-से खेल खेलते हो| पर क्या तुम उनके परिवार के बारे में जानते हो?
चलो, दोस्तों के बारे में और जाकारी इकट्ठा करते है| यदि तुम चाहो तो उनसे ये बातें पूछ सकते हो-

® घर में कुल कितने लोग हैं?
® उनके नाम क्या हैं?
® उनकी आयु क्या हैं?
® वे क्या काम करते हैं?
इसी सूची में तुम अपने मन से बहुत-से सवाल जोड़-सकते हो|

उत्तर- अपने पड़ोसी बच्चों और उनके परिवार वालों से ये प्रश्न पूछकर जानकारी इकट्ठी करो|


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak

शब्दों का हेरफेर
झूठा-जूठा
इन शब्दों को बोलकर देखो| ये मिलती-जुलती आवाज वाले शब्द हैं| जरा से अंतर से भी शब्द का अर्थ बदल जाता है|
नीचे इसी तरह के कुछ शब्दों के जोड़ दिए गए हैं| इन सबके अर्थ अलग-अलग हैं| इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो|
घड़ा – गढ़ा
घूम – झूम
राज – राज़
फन – फ़न
सजा – सज़ा
खोल – खौल

उत्तर- घड़ा – कुम्हार घड़ा बनाता है|
गढ़ा – तुमने सुन्दर मूर्ति गढ़ी है|
घूम – बच्चे पार्क में घूम रहे थे|
झूम – पौधे हवा से झूम रहे हैं|
राज – पुराने समय में यहाँ मुगलों का राज था|
राज़ – सबको तुम्हारे इस राज़ का पता चल गया है|
फ़न – तानसेन अपने फ़न में माहिर था|
फन – साँप ने अपना फन उठा लिया|
सजा – दिवाली के दिन सारा शहर सजा हुआ था|
सज़ा – चोर को सज़ा जरुर मिलेगी|
खोल – मम्मी ने दरवाज़ा खोल दिया|
खौल – उबला हुआ पानी खौल रहा था|

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5 Dost ki Poshak

NCERT Solutions Class 4 Hindi PDF (Download) Free from myCBSEguide app and myCBSEguide website. Ncert solution class 4 Hindi includes text book solutions from Class 4 Hindi Book . NCERT Solutions for CBSE Class 4 Hindi have total 14 chapters. 4 Hindi NCERT Solutions in PDF for free Download on our website. Ncert Hindi class 4 solutions PDF and Hindi ncert class 4 PDF solutions with latest modifications and as per the latest CBSE syllabus are only available in myCBSEguide.

NCERT Solutions for Hindi Class 3rd to 12th

CBSE app for Students

To download NCERT Solutions for class 4 EVS, Hindi ,English, Maths do check myCBSEguide app or website. myCBSEguide provides sample papers with solution, test papers for chapter-wise practice, NCERT solutions, NCERT Exemplar solutions, quick revision notes for ready reference, CBSE guess papers and CBSE important question papers. Sample Paper all are made available through the best app for CBSE students and myCBSEguide website.

myCBSEguide App

Test Generator

Create question paper PDF and online tests with your own name & logo in minutes.

Create Now
myCBSEguide App

myCBSEguide

Question Bank, Mock Tests, Exam Papers, NCERT Solutions, Sample Papers, Notes

Install Now

1 thought on “NCERT Solutions for Class 4 Hindi Dost ki Poshak”

Leave a Comment